सितंबर 1998 में फिल्म ‘ हम साथ-साथ हैं ‘ की शूटिंग जोधपुर में हुई थी, उन्हीं दिनों फिल्म के सितारों जिसमें सलमान, सैफ अली खान, तब्बू, सोनाली बेंन्दे और नीलम सहित दो लोगों ने दुर्लभ काले हिरण का शिकार किया था, बीस साल चले इस केस में सलमान दोषी करार सबिता हुए और उन्हें पांच साल की सजा सुनाई गई।
ये वाकई में बॉलिवुड इंडस्ट्री को हिला देने वाली घटना थी, सभी लोग और सलमान के फैंस सदमे में हैं। लेकिन इसी बीच एक ऐसी घटना हुई जिससे हर हिन्दुस्तानी को गुस्सा आना लाजिमी है।
सलमान खान को 5 अप्रेल को जब सजा सुनाई गई तो सलमान के प्रशंसकों में निराशा देखी गई और वहीं बहुत से लोग कह रहे थे कि ‘ भारत देश में कानून सबके लिए बराबर है, और सभी इंसान चाहे वो अमीर हो, गरीब हो, राजनेता हो या कोई सेलिब्रेटी हो सभी को कानूनी स्तर पर एक जैसा ही देखा जाना चाहिए।
अभी हाल ही में पाकिस्तान की तरफ से जो प्रतिक्रिया आई है वो वाकई में बेहद शर्मनाक है। पाकिस्तान ने सलमान की सजा पर शर्मनाक बयान दिया है और बोला है ” सलमान खान को सजा देकर मुसलमानों को भड़काया जा रहा है। ”
सूत्रों के मुताबिक पाकिस्तान के विदेश मंत्री ख्वाजा आसिफ ने सलमान की सजा पर बयान दिया है ” सलमान खान को सजा इसलिए मिली है क्योंकि वो मुस्लिम हैं। ” लेकिन इस बयान को देते हुए शायद वो ये भूल गए कि इस केस में दो और मुस्लिमों के नाम थे, सैफ अली खान और तब्बू, लेकिन कोर्ट ने उन दोनों को बरी कर दिया। और शायद पाकिस्तान ये भी भूल गया है कि सलमान खान और भी बहुत केस हुए लेकिन उनको बरी कर दिया गया।
इस बयान से पाकिस्तान की दोगलेपंती एक बार फिर सामने आ गई है, पाकिस्तान ने ये दर्शा दिया है कि वो कभी नहीं सुधरने वाला। वो कहते हैं ना कुत्ते की पूंछ बीस साल नली में डाल के रखो, जब उसे बाहर निकाला जाएगा तो वो टेढ़ी की टेढ़ी ही निकलेगी। यही हाल पाकिस्तान का है।