Agra-Delhi-Jaisalmer-Bikaner flight from 15 August

Zoom Airways

ट्रैवल डेस्क : अब आगरा से दिल्ली, जेसलमेर और बीकानेर फ्लाइट से जा सकेंगे, 15 अगस्त से जूम एयर कंपनी द्वारा फ्लाइट सुविधा शुरू की जा रही है।


अभी आगरा की अन्य शहरों से एयरकनेक्टिवी नहीं है, ऐसे में रीजनल एयर कनेक्टिविटी स्कीम के तहत जूम एयर कंपनी द्वारा आगरा दिल्ली जेसलमेर, बीकानेर फ्लाइट शुरू की जा रही है। यह सप्ताह में तीन दिन आएगी।
सप्ताह में तीन दिन आएगी फ्लाइट : आगरा दिल्ली जेसलमेर, बीकानेर फ्लाइट सप्ताह में तीन दिन आएगी, यह गुरुवार, शनिवार और रविवार को आगरा आएगी। एयरपोर्ट डायरेक्टर विनोद कुमार सिंह का कहना है कि 15 अगस्त से जूम एयर कंपनी की फ्लाइट शुरू हो जाएगी।
यह रहेगा आने का शिडयूल –
दिल्ली से सुबह 7 .45 बजे चलकर आगरा 8 .45 बजे पहुंचेगी
आगरा से 9. 15 बजे चलकर जेसलमेर 10 .45 बजे पहुंचेगी
जेसलमेर से 11 .45 से बीकानेर 12 बजे पहुंचेगी
इसी तरह से वापस आएगी –
12. 30 बजे बीकानेर से जेसलमेर के लिए 1 .15 बजे पहुंचेगी
1 .45 बजे जेसलमेर से आगरा चलकर 3 .15 बजे आगरा पहुंचेगी
3 .45 बजे आगरा से उडान भरकर 4. 45 बजे दिल्ली पहुंचेगी
तीन अगस्त से दिल्ली वाराणसी आगरा खजुराहो फ्लाइट
आगरा के लिए दिल्ली वाराणसी आगरा खजुराहो फ्लाइट बंद चल रह है, इसके भी तीन अगस्त तक शुरू होने की उम्मीद है।

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दुनिया में छोटे ताजमहल के नाम से विख्यात है ये मकबरा, सच्चाई जानकार हैरान रह जाएंगे आप



कई बार ऐसा होता है कि किसी जगह को देखकर हमें किसी और जगह की याद आ जाती है. हमें लगता है कि ये जगह तो हमने कहीं देखी है. जैसे, आप किसी हिलस्टेशन पर जाते हैं, तो आपको वहां के नजारे देखकर किसी और हिलस्टेशन का ख्याल आता होगा. ऐसी ही एक जगह है बीबी का मकबरा, जिसे देखकर आपको लगेगा कि आप आगरा का ताजमहल देख रहे हैं. बीबी के मकबरे को छोटे ताजमहल के नाम से जाना जाता है और ये महाराष्ट्र के ताजमहल के नाम से भी विख्यात है।


यह मकबरा महाराष्ट्र के औरंगाबाद में स्थित है. शाहजहां ने अपनी बेगम मुमताज के लिए आगरा में ताजमहल बनवाया था, जिसे देखा देखी औरंगजेब के बेटे और शाहजहां के पोते आजम शाह ने ताजमहल से प्रेरित होकर अपनी मां दिलरास बानो बेगम की याद में बीबी का मकबरा बनवाया. इसका निर्माण 1651 से 1661 ईसवीं के बीच करवाया गया था. इसे देश का दूसरा ताजमहल भी कहते हैं.
7 लाख रुपये की लागत से बना :: ऐसा कहा जाता है कि इसे बनवाने का खर्च तब 700,000 रुपए आया था, जबकि ताजमहल बनवाने का खर्च उस समय 3.20 करोड़ रुपए आया था. यही वजह है कि बीबी का मकबरा को ‘गरीबों का ताजमहल’ भी कहते हैं. आगरा के ताजमहल को शुद्ध सफेद संगमरमर से बनवाया गया था, वहीं बीबी का मकबरा का गुम्बद संगमरमर से बनवाया गया था. मकबरा का बाकी हिस्सा प्लास्टर से तैयार किया गया है, ताकि वह दिखने में संगमरमर जैसा हो।

ये है खास आकर्षण :: बीबी के मकबरा में सुंदर गार्डन, पॉन्ड्स, फव्वारे, झरने हैं. यहां पर अच्छा खासा पाथ-वे है और इसके गार्डन की दीवारें भी ऊंची बनाई गई हैं ताकि बाहर का व्यक्ति अंदर न देख सके. इसके तीन साइड में ओपन पवेलियन है.
अब यहाँ कैसे पहुंचा जा सकता है हम ये भी आपको बताते हैं ::  बस से आने वाले यात्री राज्य के किसी भी शहर से कम दाम में औरंगाबाद यानि सिटी ऑफ गेट तक आ सकते है. शहर में भ्रमण करने के लिए भी कई बसें चलती है, जो पर्यटकों को पूरे शहर में घूमा सकती है.  यहां से 120 किमी. दूर रेलवे स्टेूशन है जिसे मनमाद रेलवे स्टेसशन कहा जाता है. यहां से औरंगाबाद तक 900 रूपए में प्राइवेट टैक्सीे से पहुंचा जा सकता है. औरंगाबाद में एक अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा है जो देश के सभी प्रमुख शहरों और राज्यों से जुड़ा हुआ है. मुंबई, नासिक, शिरडी, पुने, शनिसिंगणापुर, लातूर, नांदेड़ जैसे बड़े शहरों से आपको सीधे तौर साधन आसानी से मिल जाएंगे।


कब जाएं :: औरंगाबाद में गर्मी के दौरान न आएं. गर्मियों के मौसम में यहां का वातावरण बेहद गर्म और बॉडी को दिक्कनत देने वाला होता है.  इस शहर को घूमने का बेस्ट‍ मौसम सर्दियों का है. इस दौरान यहां का न्यूइनतम तापमान 10 डिग्री सेल्सियस रहता है. अक्टूसबर से मार्च तक यहां बड़ी तादाद में लोग घूमने आते हैं. वहीं आप यहां मानसून में भी घूम सकते हैं.
टिकट ::   यहां घूमने के लिए भारतीयों के लिए 10 रुपए का टिकट है. वही विदेशी नागरिकों के लिए 250 रुपए का टिकट है.
तौर फिर देर ना करिये बैग पैक करिए और निकल जाइये छोटे ताजमहल के दीदार के लिए।


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चाट के लिए बहुत खास आगरा, चटोरों के लिए स्वर्ग से कम नहीं है ये शहर



सात अजूबों में से एक ताजमहल उत्तर प्रदेश के आगरा में स्थित है, जो पर्यटकों के बीच खासा लोकप्रिय है, देशी हो या विदेशी हर कोई आगरा में रहते हुए ताजमहल का दीदार करना चाहता है। लेकिन क्या कभी आपने ताजमहल घूमने के अलावा आगरा की गलियों में घूमते हुए वहां के लजीज व्यंजनों का मजा लिया है।हर राज्य और हर शहर के अलग अलग व्यंजन लोकप्रिय होते हैं,जैसे जयपुर की प्याज की कचौरी, दिल्ली की चाट तो मुंबई की भेलपूरी ठीक वैसे ही आगरा का पैठा बहुत मशहूर है। आगरा के पैठे से तो हर कोई वाकिफ है, लेकिन कई और भी लजीज व्यंजन है जो आपको अपनी आगरा ट्रिप पर अवश्य चखने चाहिए।
पेठा :: आप पेठा यूं तो कहीं से भी खरीद सकते हैं, लेकिन आगरा जैसा पैठा शायद ही नहीं मिले। आगरा में पैठा की कई वैरायटी मिलती हैं, जैसे सफेद, पीला, केसर, गुलाब, अनानास, स्ट्रॉबेरी, आम और पान पेठा आदि, तो अपनी अगली ट्रिप पर यहां के पैठे को खाना कतई ना भूलें। पंछी पेठा, प्राचीन पेठा, गोपालदास पेठे वाले यहाँ के जाने माने नाम हैं। शहर के प्रमुख चौराहों में आपको इनकी दुकाने मिल जाएंगी। नकली नामो से आपको सावधान रहना पड़ेगा।

 


चटनी संग पराठा :: आप सोच रहे होंगे कि ये तो हम अपने घर पर भी बना सकते हैं, इसमें ऐसा क्या खास है, तो जनाब खास है, क्यों कि, आगरे का भरवा परांठा सिर्फ आलू से नहीं बल्कि पनीर और अन्य सब्जियों को भरकर बनाया जाता है, जिसे पनीर, चटनी या फ‍िर दही के साथ खाया जाता है । खाकर जरुर देखियेगा। अगर आप आगरा के परांठे खाने के लिए बेताब है तो आप रामबाबू पराठे वाले के यहाँ जाइए, ये एक सुप्रसिद्ध रेस्टोरेंट है जहाँ आपको सिर्फ 110 तरह के सिर्फ परांठे ही मिलेंगे। तो सोचो मत एक बार जरूर जाओ। और एक बात ध्यान रखें, नकली नामों से सावधान।

चाट समोसा :: दिल्ली की चाट से तो सभी वाकिफ है, लेकिन आगरा की चाट भी कम मशहूर नहीं है, आगरे की चाट सिर्फ चटपटी ही नहीं बेहद लजीज भी होती है। इसके अलावा यहां के दही भाल, समोसा ,पनीर समोसा, पनीर आलू टिक्की और गोल गप्पे खासा लोकप्रिय है। आगरा में सेठ गली, सदर बाजार सेंट जोंस चौराहा, देहली गेट, भगवान टाकीज, खंगार, शाहगंज और ऐसे ही प्रमुख बाजारों में आपको एक से एक स्वादिष्ट चाट टिक्की मिल जाएगी। बेहतर समय शाम होने के बाद।


जलेबी बेढ़ई :: चाशनी में लबालब तैरती हुई गर्म गर्म जलेबी दही के साथ बेहद लजीज स्वाद देती है, इसके उल्ट बेढ़ई आगरा में सुबह सड़कों के क‍िनारे सुबह के नाश्‍ते में मिलती है। बेढ़ई के दो भाग होते हैं। इसका एक भाग काफी स्‍पाइसी और दूसरा मीठा होता है। यहां पर यह बेढई आलू की चटपटी सब्‍जी, हरी चटनी और दही के साथ परोसी जाती है। खासतौर पर भगत हलवाई, देवीराम हलवाई, गोपालदास, सत्तोलाला, ब्रजवासी हलवाई प्रसिद्ध नाम है जहाँ आप अपनी उंगलियों को चाटने के लिए मजबूर हो जाओगे। वैसे तो जलेबी बेढ़ेई आपको पूरे शहर में कहीं भी स्वादिष्ट मिल जाएंगी लेकिन ये आगरा शहर का नाश्ता है इसके लिए आपको सुबह सुबह ही जाना पड़ेगा।


नानवेज व्यंजन :: नॉन वेज खाने के शौकीनों के लिए तो आगरा जन्नत से कम नहीं है। मुगलों की राजधानी रह चुका आगरा में मुगलाई चिकन,चिकन टिक्का, तन्दूरी चिकन आदि लजीज व्यंजन खाने के बाद आप उंगली चाहते रह जायेंगे। आगरा में नाई की मंडी का चिकन मटन मार्केट, सदर मार्केट का मामा फ्रेंकी, चावला चिकन, अजीज चिकन रेस्टोरेंट, पिंच आफ स्पाइस जैसे प्रतिष्ठान बहुत फेमस हैं, एक बार यहाँ जरूर जाएं। अगर आपको रात में कभी भी भूख लगे तो नाई की मंडी बाजार पूरी रात खुला रहता है। यहाँ रात भर चटोरों की भीड़ लगी रहती है।

नोट :: आगरा आने का अनुकूल समय सिंतबर से मार्च के बीच में है। तो फिर स्वागत है आपका आगरा शहर में।

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