149 साल बाद लगेगा साल का दूसरा चंद्रग्रहण, बरतें ये सावधानियां


सूर्य ग्रहण के बाद अब 16 जुलाई को साल का दूसरा चंद्र ग्रहण लगने वाला है. इस बार यह चंद्रग्रहण गुरु पूर्णिमा के दिन 16 जुलाई को लगेगा. ऐसा दुर्लभ योग 149 साल बाद बन रहा है. इससे पहले साल 1870 में ऐसा दुर्लभ योग देखने को मिला था.
सूर्य ग्रहण के बाद अब 16 जुलाई को साल का दूसरा चंद्र ग्रहण लगने वाला है. इस बार यह चंद्रग्रहण गुरु पूर्णिमा के दिन 16 जुलाई को लगेगा. ऐसा दुर्लभ योग 149 साल बाद बन रहा है. इससे पहले साल 1870 में ऐसा दुर्लभ योग देखने को मिला था. खास बात यह है कि इस बार यह चंद्रग्रहण भारत में भी दिखाई देगा. यह ग्रहण पूरे तीन घंटे तक रहेगा. 16 जुलाई 2019 की रात करीब 1.30 बजे से ग्रहण शुरू हो जाएगा. इसका मोक्ष 17 जुलाई की सुबह करीब 4.30 बजे होगा.


हिन्दू धर्म में ग्रहण को काफी महत्व दिया जाता है. हिंदू पंचांग की मानें तो इस बार चंद्र ग्रहण आषाढ़ शुक्ल पूर्णिमा को उत्तराषाढ़ा नक्षत्र में लग रहा है. यह चंद्रग्रहण खंडग्रास चंद्र ग्रहण कहा जा रहा है. ग्रहण को लेकर कई तरह की मान्यताएं भी प्रचलित हैं.
ग्रहण को लेकर प्रचलित कुछ नियम–
1-ग्रहण के दौरान अन्न जल ग्रहण नहीं करना चाहिेए.
2-चंद्र ग्रहण के दौरान स्नान नहीं करना चाहिए. ग्रहण खत्म होने के बाद या इससे पहले स्नान कर लें.
3-ग्रहण को कभी भी खुली आंख से नहीं देखना चाहिए. इसका आंखों पर बुरा असर पड़ता है.
4-ग्रहण के समय मंत्रो का जाप किया जा सकता है.
ग्रहण पर लाभ पाने के लिए करें ये उपाय-
1-यदि घर में कोई लंबे समय से बीमारी है तो ग्रहण के बाद घी और खीर से हवन आदि करने से से लाभ होता है.
2-चंद्रमा कमजोर स्थिति में है तो ‘ऊं चंद्राय नम:’ मंत्र का जाप करने से लाभ मिलेगा.
3-ग्रहण के दौरान प्राणायाम और व्यायाम करना चाहिए, सोच को सकारात्मक रखना चाहिए.
4-चंद्रग्रहण समाप्त होने के बाद घर में शुद्धता के लिए गंगाजल का छिड़काव करना चाहिए.
5-स्नान के बाद भगवान की मूर्तियों को स्नान करा कर उनकी पूजा करें.
6-जरूरतमंद व्यक्ति और ब्राह्मणों को अनाज का दान करना चाहिए.

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नेपाल ने भारत की सब्जी लेने से किया इनकार, बॉर्डर पर फंसे सैकड़ों ट्रक

नई दिल्ली : नेपाल सरकार ने भारत से जाने वाली सब्जियों और फलों को खरीदने पर रोक लगा दी है. नेपाल की नई व्यवस्था के तहत काठमांडू में लैब टेस्ट के बाद ही भारतीय फलों और सब्जियों को एनओसी मिल सकेगी. एनओसी मिलने के बाद ही सब्जी की बिक्री की जा सकेगी. सब्जियों के लैब टेस्ट में खरा नहीं उतरने पर नेपाल के कस्टम विभाग ने सैकड़ों भारतीय ट्रकों को वापस कर दिया है.


औने-पौने दाम पर बेचे फल: भारत-नेपाल बॉर्डर पर सब्जियां और फल से लदे सैकड़ों ट्रक खड़े हुए हैं. कई ट्रक ड्राइवर औने-पौने दाम पर पर फलों और सब्जियों को बेच कर नेपाल से रवाना हुए हैं. महाराजगंज के जिलाधिकारी ने चिट्ठी लिखकर इस बारे में उच्चाधिकारियों को अवगत कराया है.

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हम जिस पत्तल को भूल रहे हैं, वो जर्मनी बना रहा है

दुनिया जब इतनी तेज़ नहीं थी. और डिजिटल के नाम पर पेट्रोल पंप और पीसीओ पर पैसा दिखाने वाली मशीन बस होती थी. कुछ थे कि जिनके पास डिजिटल घड़ी भी होती थी. तब और तब के पहले भी दुनिया के काम चलते थे. लोग पैदा होते, और मरा करते. माने सिर्फ इतना ही नहीं करते, इस बीच शादी भी करते, बच्चे भी करते. जब ऐसा कुछ करते निमंत्रण आता. वहां पहुंचो तो भोज भी होता, उसमें खाना मिलता. खाना जो होता वो आज जैसे न मिलता. बुफे का हिसाब न था. बैठ के भी खाते तो प्लेट जो है अब जैसे डिस्पोजल वाली न होती.


पत्तल मिला करती थीं, और कुछ गाढ़ा-पतला हो, रायता-तस्मई जैसी चीज हो तो उसके लिए दोना मिलता. पत्तल पहले एक दम सपाट गोल सी मिला करती. एक दम हरे पत्ते की, चाहो तो खाने के ठीक पहले धो भी लो. फिर उसमें भी तकनीक आई.
अगर बगल दो-तीन खंधे दिये जाने लगे. एक में अचार रख लो, एक में बूंदी, एक में कोंहड़ा की सब्जी और बड़े वाले में दाल-चावल सान लो, खूब जगह रहती और खाना भी सलीके से हो जाता. खा चुके तो उठो. अपनी पत्तल और दोना उठाओ खुद पछीती में फेंक आओअब हमारे यहां सिस्टम बदल गया है गुरू. थर्माकोल और प्लास्टिक की पत्तल आ रही है. प्लास्टिक को गलने में हजारों साल लगते हैं. इस मामले में जर्मनी वाले होशियार निकल गए. वहां पत्तलों को नेचुरल लीफ प्लेट्स कह कर भरपूर उत्पादन हो रहा है. हाथोंहाथ ली जा रही है. गल जाती है, नेचुरल है. प्रदूषण नहीं करती. लोगों को भली लगती है, और हम हैं कि भुलाए बैठे हैं.


जर्मनी में कौन पत्तों से पत्तल बना रहा है :: दरअसल इसी साल जर्मनी में एक नया स्टार्टअप शुरू हुआ है. लीफ रिपब्लिक के नाम से. इन लोगों ने पत्तों से पत्तल बनाने का काम शुरू किया और इसके लिए फंडिंग का जुगाड़ भी. लोगों को पता चला कि यार ये तो बहुत जबर काम है. कह रहे हैं पत्तल बनाएंगे लेकिन बिना एक भी पेड़ काटे. पत्ते भी इम्पोर्ट करेंगे. फिर इनको इत्ती रकम मिली जिसको कहते हैं छप्पर फाड़ के. फिर इन्होंने धकापेल पत्तल बनाने का काम शुरू कर दिया. इसके लिए फैक्ट्री डाल रखी है. मशीनों में प्रेस करके प्लेट-कटोरी सब बना रहे हैं.


उनका दावा है कि ये प्लास्टिक के बराबर ही मजबूत है. लेकिन गलने में देर नहीं लगती. इनका धंधा इत्ता बढ़ गया है कि अब तो बाहर विदेश भी भेजने लगे हैं. लेकिन अपने यहां के हिसाब से बहुत महंगा है. अव्वल तो ऐमेजॉन की साइट पर अपने यहां के लिए है ही नहीं. जहां के लिए है वहां के लिए साढ़े आठ यूरो, माने करीब साढ़े 6 सौ रुपए की पड़ेगी. रहने दो भाई हम खुदै बना लेंगे.

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चाट के लिए बहुत खास आगरा, चटोरों के लिए स्वर्ग से कम नहीं है ये शहर



सात अजूबों में से एक ताजमहल उत्तर प्रदेश के आगरा में स्थित है, जो पर्यटकों के बीच खासा लोकप्रिय है, देशी हो या विदेशी हर कोई आगरा में रहते हुए ताजमहल का दीदार करना चाहता है। लेकिन क्या कभी आपने ताजमहल घूमने के अलावा आगरा की गलियों में घूमते हुए वहां के लजीज व्यंजनों का मजा लिया है।हर राज्य और हर शहर के अलग अलग व्यंजन लोकप्रिय होते हैं,जैसे जयपुर की प्याज की कचौरी, दिल्ली की चाट तो मुंबई की भेलपूरी ठीक वैसे ही आगरा का पैठा बहुत मशहूर है। आगरा के पैठे से तो हर कोई वाकिफ है, लेकिन कई और भी लजीज व्यंजन है जो आपको अपनी आगरा ट्रिप पर अवश्य चखने चाहिए।
पेठा :: आप पेठा यूं तो कहीं से भी खरीद सकते हैं, लेकिन आगरा जैसा पैठा शायद ही नहीं मिले। आगरा में पैठा की कई वैरायटी मिलती हैं, जैसे सफेद, पीला, केसर, गुलाब, अनानास, स्ट्रॉबेरी, आम और पान पेठा आदि, तो अपनी अगली ट्रिप पर यहां के पैठे को खाना कतई ना भूलें। पंछी पेठा, प्राचीन पेठा, गोपालदास पेठे वाले यहाँ के जाने माने नाम हैं। शहर के प्रमुख चौराहों में आपको इनकी दुकाने मिल जाएंगी। नकली नामो से आपको सावधान रहना पड़ेगा।

 


चटनी संग पराठा :: आप सोच रहे होंगे कि ये तो हम अपने घर पर भी बना सकते हैं, इसमें ऐसा क्या खास है, तो जनाब खास है, क्यों कि, आगरे का भरवा परांठा सिर्फ आलू से नहीं बल्कि पनीर और अन्य सब्जियों को भरकर बनाया जाता है, जिसे पनीर, चटनी या फ‍िर दही के साथ खाया जाता है । खाकर जरुर देखियेगा। अगर आप आगरा के परांठे खाने के लिए बेताब है तो आप रामबाबू पराठे वाले के यहाँ जाइए, ये एक सुप्रसिद्ध रेस्टोरेंट है जहाँ आपको सिर्फ 110 तरह के सिर्फ परांठे ही मिलेंगे। तो सोचो मत एक बार जरूर जाओ। और एक बात ध्यान रखें, नकली नामों से सावधान।

चाट समोसा :: दिल्ली की चाट से तो सभी वाकिफ है, लेकिन आगरा की चाट भी कम मशहूर नहीं है, आगरे की चाट सिर्फ चटपटी ही नहीं बेहद लजीज भी होती है। इसके अलावा यहां के दही भाल, समोसा ,पनीर समोसा, पनीर आलू टिक्की और गोल गप्पे खासा लोकप्रिय है। आगरा में सेठ गली, सदर बाजार सेंट जोंस चौराहा, देहली गेट, भगवान टाकीज, खंगार, शाहगंज और ऐसे ही प्रमुख बाजारों में आपको एक से एक स्वादिष्ट चाट टिक्की मिल जाएगी। बेहतर समय शाम होने के बाद।


जलेबी बेढ़ई :: चाशनी में लबालब तैरती हुई गर्म गर्म जलेबी दही के साथ बेहद लजीज स्वाद देती है, इसके उल्ट बेढ़ई आगरा में सुबह सड़कों के क‍िनारे सुबह के नाश्‍ते में मिलती है। बेढ़ई के दो भाग होते हैं। इसका एक भाग काफी स्‍पाइसी और दूसरा मीठा होता है। यहां पर यह बेढई आलू की चटपटी सब्‍जी, हरी चटनी और दही के साथ परोसी जाती है। खासतौर पर भगत हलवाई, देवीराम हलवाई, गोपालदास, सत्तोलाला, ब्रजवासी हलवाई प्रसिद्ध नाम है जहाँ आप अपनी उंगलियों को चाटने के लिए मजबूर हो जाओगे। वैसे तो जलेबी बेढ़ेई आपको पूरे शहर में कहीं भी स्वादिष्ट मिल जाएंगी लेकिन ये आगरा शहर का नाश्ता है इसके लिए आपको सुबह सुबह ही जाना पड़ेगा।


नानवेज व्यंजन :: नॉन वेज खाने के शौकीनों के लिए तो आगरा जन्नत से कम नहीं है। मुगलों की राजधानी रह चुका आगरा में मुगलाई चिकन,चिकन टिक्का, तन्दूरी चिकन आदि लजीज व्यंजन खाने के बाद आप उंगली चाहते रह जायेंगे। आगरा में नाई की मंडी का चिकन मटन मार्केट, सदर मार्केट का मामा फ्रेंकी, चावला चिकन, अजीज चिकन रेस्टोरेंट, पिंच आफ स्पाइस जैसे प्रतिष्ठान बहुत फेमस हैं, एक बार यहाँ जरूर जाएं। अगर आपको रात में कभी भी भूख लगे तो नाई की मंडी बाजार पूरी रात खुला रहता है। यहाँ रात भर चटोरों की भीड़ लगी रहती है।

नोट :: आगरा आने का अनुकूल समय सिंतबर से मार्च के बीच में है। तो फिर स्वागत है आपका आगरा शहर में।

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ICC Cricket World Cup 2019: क्‍या दुनिया को क्रिकेट का पाठ पढ़ाने वाली टीम पहली बार बनेगी चैंपियन?



इंग्‍लैंड की पहचान दुनिया को क्रिकेट का ‘ककहरा’ सिखाने वाली टीम की है और इस बार वह अपनी ही मेजबानी में विश्‍व कप खेलेगी. संभव है कि इस बार इंग्लैंड सीमित ओवरों की इस प्रतिष्ठित ट्रॉफी के अपने इंतजार को खत्म करने में सफल रहे. जबकि दुनियाभर के क्रिकेट जानकार और विराधी कप्‍तान भी उसे खिताब का तगड़ा दावेदार बताने में कतई संकोच नहीं कर रहे हैं. सच कहा जाए तो जब से ऑस्ट्रेलिया के ट्रेवर बेलिस ने इस टीम की बतौर कोच जिम्‍मेदारी संभाली है तब से लिमिटेड ओवर क्रिकेट में टीम का भाग्य ही बदल गया और उसने दो बार वनडे क्रिकेट में सर्वोच्च स्कोर का रिकॉर्ड कायम किया है.टीम ने पहले 2016 में ट्रेंटब्रिज में पाकिस्तान के खिलाफ तीन विकेट पर 444 रन बनाए और फिर पिछले साल ऑस्‍ट्रेलिया के खिलाफ नॉटिंघम में छह विकेट पर 481 रन का स्कोर खड़ा कर डाला, जो कि वनडे क्रिकेट का सबसे बड़ा स्‍कोर है.


ऑयन मॉर्गन की अगुवाई में खेलेगी इंग्‍लैंड: ऑयन मॉर्गन की कप्‍तानी में इस टीम ने दुनियाभर में अपना दम दिखाया और यही वजह है कि वह इस वक्‍त आईसीसी वनडे रैंकिंग में नंबर 1 है. वह इस बार अपना चौथा और संभवत: आखिरी विश्‍व कप खेलेंगे और जिस प्रकार उसका पिछली 11 द्धिपक्षीय वनडे सीरीज (10 जीत और एक ड्रॉ) में प्रदर्शन रहा है वह विरोधी टीमों के लिए खौफ बना हुआ है. इंग्‍लैंड ने पाकिस्‍तान के खिलाफ सीरीज के चार मैचों में बल्‍लेबाजी करते हुए 1424 रन बनाए हैं, जो एक सीरीज (अधिकतम चार मैच) में किसी भी टीम द्वारा बने सबसे अधिक रन हैं. इसके साथ इंग्‍लैंड ने टीम इंडिया का 10 साल पुराना वर्ल्ड रिकॉर्ड अपने नाम कर लिया. टीम इंडिया ने साल 2009 में श्रीलंका के खिलाफ सीरीज में कुल 1275 रन बनाए थे.वहीं, उसका चार मैचों में स्‍कोर 373/3, 359/4, 341/7 और 351/9 रन था और वह ऐसा करने वाली पहली टीम है.


इस टीम की असली ताकत बल्‍लेबाजी है, जिसमें कप्‍तान मॉर्गन के अलावा जो रूट, जेसन रॉय, जोस बटलर, जॉनी बेयरस्‍टो जैसे आक्रमक खिलाड़ी शामिल हैं. जबकि बेन स्‍टोक्‍स, मोइन अली, क्रिस वोक्‍स और टॉम कर्रन की ऑलराउंडर चौकड़ी किसी भी मैच का पासा पलटने का दम रखती है. अगर गेंदबाजी की बात करें तो मार्क वुड और लियाम प्‍लांकेट के साथ मिलकर युवा सनसनी जोफ्रा आर्चर विरोधी टीम की धज्जियां उड़ा सकते हैं. 23 साल के आर्चर विश्‍व कप के मैदान में उतरने से पहले ही अपनी तेज रफ्तार की वजह से चर्चा में हैं. जबकि फिरकी की जिम्‍मेदारी आदिल राशिद और अली के कंधों पर रहेगी. राशिद ने 2015 विश्‍व कप के बाद से सबसे अधिक 129 विकेट लिए हैं.


ये हैं स्‍टार खिलाड़ी: वैसे तो इंग्‍लैंड टीम में कई स्‍टार खिलाड़ी शामिल हैं, लेकिन इस विश्‍व कप में ऑयन मॉर्गन, जेसन रॉय, जोस बटलर, जॉनी बेयरस्‍टो और जोफ्रा आर्चर अहम साबित हो सकते हैं.


इंग्‍लैंड का विश्‍व कप इतिहास: इंग्‍लैंड ने अभी तक हुए सभी 11 विश्‍व कप में हिस्‍सा लिया है. दिलचस्‍प बात ये है कि पांचवीं बार विश्‍व कप उसकी मेजबानी में खेला जा रहा है. पहले तीनों विश्‍व कप 60-60 ओवर के खेले गए थे, जिसमें इस टीम ने खासा दमदार प्रदर्शन किया था. 1975 में सेमीफाइनल में जगह बनाने वाली इस टीम ने अगले टूर्नामेंट (1979) में फाइनल में जगह बनाई, लेकिन विंडीज से हारकर खिताब गंवा बैठी. 1983 में सेमीफाइनल में सफर खत्‍म हुआ तो 1987 और 1992 में वह खिताबी मुकाबले का दबाव नहीं झेल सकी और चैंपियन बनने का सपना टूट गया. इसके बाद से वह दो बार क्‍वार्टरफाइनल (1996 और 2011) और तीन बार ग्रुप स्‍टेज (1999, 2003 और 2015) से आगे नहीं बढ़ सकी है. वैसे इंग्‍लैंड ने विश्‍व कप में अब तक 72 मैच खेलते हुए 41 जीते हैं तो 29 में हार मिली है. जबकि एक मैच टाई तो एक का रिजल्‍ट नहीं निकला है. वहीं, 58.45 फीसदी सफलता उसकी ताकत बताता है.

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ईद से पहले पाकिस्तान में मचा हाहाकार, महंगाई ने तोड़ी जनता की कमर



ईद से पहले पाकिस्तान की जनता को झटका लगा है। पाकिस्तान में महंगाई ने आसमान छू लिया है। खाने-पीने के चीजों से लेकर रोजमर्रा के सामान तक, पाकिस्तान की जनता बढ़ते दामों से परेशान है। अब पाकिस्तान में हवाई सफर भी महंगा हो गया है।  हवाई सफर में 41 फीसदी की बढ़ोतरी बता दें कि पाकिस्तान की कंपनियों ने हवाई किराए में 41 फीसदी की बढ़ोतरी की है। इन कंपनियों में पड़ोसी मुल्क की सरकारी विमान सेवा प्रदाता पाकिस्तान इंटरनेशनल एयरलाइंस (PIA) समेत अन्य कई कंपनियां शामिल हैं। दरअसल डॉलर के मजबूत होने से और हवाई ईंधन के दाम बढ़ने से किराये में यह बढ़ोतरी की गई है।

पीआईए का लाहौर से कराची आने-जाने का विमान किराया 31 हजार रुपये हो गया है, जबकि एयरब्लू का किराया 32,500 रुपये है। वहीं सेरेना एयर पाकिस्तान का किराया अब 39,500 रुपये है। पहले यह किराया करीब 28 हजार रुपये था। ईद से पहले हुई बढ़ोतरी से पाकिस्तान की जनता के लिए परेशानी बन गई है।  दूध के दाम 180 रुपये प्रति लीटर इसके अलावा खाने-पीने की वस्तुएं भी महंगी हुई हैं। दूध का दाम 180 रुपये प्रति लीटर हो गया है। इससे जहां एक तरफ बच्चों को दूध नहीं मिल रहा है, वहीं चाय की चुस्की भी लोगों को मय्यसर नहीं हो पा रही है। सेब चार सौ रुपये प्रति किलो और मटन 1100 रुपये प्रति किलो की दर से मिल रहा है। इससे लोगों की कमर टूट गई है।


खाने-पीने की चीजें भी हुई महंगी रमजान के महीने में खाने-पीने की इन चीजों की ज्यादा मांग है, इसलिए लोग परेशान हैं। मार्च के मुकाबले मई में प्याज 40 फीसदी, टमाटर 19 फीसदी और मूंग की दाल 13 फीसदी ज्यादा कीमत पर बिक रही हैं। गुड़, शक्कर, फल्लियां, मछली, मसाले, घी, चावल, आटा, तेल, चाय, गेंहू की कीमतें 10 फीसदी तक बढ़ गई हैं। लोग कर रहे सरकारी नीतियों को विरोध पाकिस्तान की जनता में महंगाई को लेकर काफी रोश है। लोग सोशल मीडिया पर खुलकर सरकार की नीतियों को विरोध कर रहे हैं। बाजार पर रिसर्च करने वाली स्थानीय संस्थाओं के मुताबिक ऑटो, सीमेंट और फार्मास्यूटिकल्स जैसे उद्योगों के कच्चे माल के आयात की कीमतें बढ़ेंगी। इससे उपभोक्ता पर भार बढ़ेगा। एक रिसर्च सेंटर का कहना है कि अब इस स्थिति पर रोक लगनी चाहिए।  29 फीसदी कमजोर हुआ पाकिस्तानी रुपया व्यापारियों का बाजार पर से विश्वास उठ रहा है। पाकिस्तानी रुपया मई में 29 फीसदी कमजोर हुआ है। इसके साथ ही यह एशिया की 13 अहम मुद्राओं में सबसे कमजोर मुद्रा बन गई है। एक डॉलर का मूल्य करीब 150 पाकिस्तानी रुपये हो गया है।

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दिल्ली पुलिस 10 घंटे तक करती रही ‘चूहे की डेडबॉडी’ की निगरानी!

दिल्ली पुलिस द्वारा 10 घंटे तक ‘चूहे की डेडबॉडी’ की पहरेदारी करने का मामला सामने आया है. मामला दिल्ली के गोविंदपुरी इलाके के गली नंबर 9 का है. शनिवार/रविवार की आधी रात को दिल्ली पुलिस के पीसीआर को कॉल मिली कि कई दिन से ग्राउंड फ्लोर के एक बंद कमरे से बहुत तेज बदबू आ रही है. किराएदार भी गायब हैं. बाहर से ताला लगा हुआ है. इसके बाद महज 10 मिनट में दिल्ली पुलिस की पीसीआर पहुंच गई.पुलिस ने सबको वहां से हटाया और कमरे को एक उचित दूरी पर बाहर से दिल्ली पुलिस की टेप से कवर दिया. पैनी निगरानी के लिए रात भर चार पुलिस वाले बिठा दिया गया. इस बीच किराएदार और मकान मालिक से संपर्क की कोशिश पुलिस करती रही. लोकल पुलिस ने फरेंसिक टीम को बुलाने की तैयारी कर ली.
बाद में पड़ोसियों से नंबर का पता लगाकर पुलिस ने मकान मालिक को कॉल किया. वो भी स्विच ऑफ था. इस पर पुलिस को किसी संगीन वारदात की आशंका होने लगी. पुलिस ने मकान मालिक और लापता किराएदार की खोजबीन शुरू कर दी. 10 घंटे तक कमरे की पुलिस घेराबंदी और पहरेदारी ने पूरे इलाके में खलबली पैदा कर दी. पुलिस अफसरों ने बताया कि फर्स्ट फ्लोर पर कुसुम परिवार समेत रहती हैं. वह मूल रूप से बरेली की हैं. जॉब करती हैं.


वहीं ग्राउंड फ्लोर मकान जिस शख्स का है, उसने किराए पर दिया हुआ है. किराएदार कभी दिखाई देता है, कभी कई दिन उसका अता पता नहीं रहता. न ही उसका आस-पड़ोस में किसी से ज्यादा मेलजोल रहता है. कई दिनों से ग्राउंड फ्लोर में बंद कमरे से बदबू महसूस हो रही थी. आसपास के लोग भी त्रस्त थे. मगर शनिवार को यह बदबू फैलने लगी. बदबू किसी को भी बर्दाश्त नहीं हो रही थी.
सुबह 8 बजे जैसे-तैसे मकान मालिक संपर्क में आया. उसने बताया कि जो किराएदार था, वो खाली करके चला गया. पुलिस ने मकान मालिक को चाबी लेकर बुलाया. ताला खोल कर पुलिस टीम अंदर गई. वहां कुछ पुराना सामान और कूड़ा दिखाई दिया. चारों तरफ से छानबीन के बाद पुलिस को अंत में एक मोटा मरा और सड़ा हुआ चूहा पड़ा मिला. चूहे की डेडबॉडी देख पुलिस ने राहत की सांस ली, वहीं लोग हंसने लगे. पिछले 10 घंटे की एक्सरसाइज के बाद पुलिस ने मालिक को साफ-सफाई कराने की हिदायत दी और वहां से रवाना हो गई.

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दो घंटे से ज्यादा देर से आई ट्रेन तो रेलवे देगा 1 लीटर पानी मुफ्त



हम भारतीयों के जीवन में रेल का बहुत बड़ा महत्व है, हम बचपन से लेकर बुढ़ापे तक रेलगाड़ी से यहां से वहां यात्रा करते ही रहते हैं। और ये उपेक्षा भी करते हैं कि रेलवे हमको बेहतर से बेहतर सुविधाएं मुहैया कराए। अगर आप भी ऐसा सोच रहे हैं तो चिंता ना करें।
यूं तो भारतीय रेलवे ने पहले के मुकाबले वर्तमान समय में अपने यात्रियों को बहुत अच्छी से अच्छी सुविधाएं उपलब्ध कराई है, और इसी कड़ी में एक और सुविधा उपलब्ध कराने जा रही है।


यात्रा के दौरान अगर आपकी ट्रेन दो घंटे लेट हो जाती है तो रेलवे आपकी सुविधा को देखते हुए एक लीटर बोतल बंद पानी बिल्कुल मुफ्त देगा। इसके साथ ही एक न्यूज पेपर प्रत्येक यात्री को मुफ्त देगा। बोतलबंद पानी के साथ आपको एक डिस्पोजल गिलास भी दिया जाएगा। लेकिन रेल मंत्रालय के आदेशानुसार ये सुविधा अभी सिर्फ प्रीमियम ट्रेनों के यात्रियों को ही मुहैया कराई जाएगी।


रेल मंत्रालय के आदेशानुसार राजधानी, दुरंतो और शताब्दी ट्रेनों की लेटलतीफी के कारण परेशानी झेल रहे यात्रियों को ही ये सभी सुविधाएं दी जाएंगी। लेकिन उम्मीद यही लगाई जा रही है कि ये सुविधा और भी अन्य ट्रेनों के ए सी कोच के यात्रियों के लिए भी शुरु की जाएगी।
आपको ये जानकारी भी देते चलें कि प्रिमियम ट्रेनों में यात्रा करने वाले यात्रियों के लिए सफर शुरू होने के साथ ही बोतलबंद पानी उनकी शीट पर स्वत ही पहुंच जाता है। और अब ये ट्रेनें अगर दो घंटे देर से आ रही है तो प्लेटफार्म पर इंतजार कर रहे यात्रियों को बोतलबंद पानी बिल्कुल मुफ्त मिलेगी। ये एक सराहनीय कदम है।

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अगर आप भी लड़कियों को इंप्रेश करना चाह रहे हो, तो आज ही ये 4 चीजें घर ले आएं




 

आज के दौर में शायद ही कोई ऐसा लड़का होगा जो अपने आस पास की लडकियों को इंप्रेश ना करना चाहता हो, और अगर आप भी लड़कियों को इंप्रेश करना चाहते हो तो अपने घर ये 4 महत्वपूर्ण चीजें घर ले आएं। आजकल मर्दों को भी खूबसूरत और सेक्सी दिखने के लिए ग्रूमिंग की जरूरत होती है।
स्किन शेव फोम – अगर आप भी अपनी शेव साधारण शेव क्रीम से कर रहे हो तो अब उसको बदल डालिए, क्योंकि क्रीम से आपके चेहरे की स्किन हार्ड हो सकती है। हमेशा एक अच्छी क्वालिटी की क्रीम या फोम का इस्तेमाल करें, फिर फर्क आपको खुद दिखने लग जाएगा।



अॉयल फ्री मॉइश्चर एसपीएफ 30 – सूरज की हानिकारक किरणें आपकी स्किन को नुकसान पहुंचाती हैं, जिसकी वजह से चेहरे का रंग फीका या सांवला पड़ जाता है और समय से पहले ही स्किन पर झुर्रियां आने लगती हैं। इससे बचने का एक ही उपाय है, जब भी आप घर से बाहर निकले तो अपने चेहरे, गर्दन और कानों पर सनस्क्रीन अपने हाथों से अच्छी तरह लगा के ही बाहर निकले।


एक्सफोलिएटिंग क्लीजिंग जेल – यह जेल नार्मल और ऑयल स्किन के लिए बहुत अच्छा रहता है। यह जेल आपकी चेहरे पर स्क्रब का काम करेगा। हफ्ते में एक या दो दिन इसका इस्तेमाल करने से आपके चेहरे की त्वचा चमकदार और मुलायम बनी रहेगी।



शैंपू – अक्सर कम ही पुरुष शैंपू का इस्तेमाल नहीं करते हैं। जिससे उनके बालों में वो चमक नहीं आ पाती जो होनी चाहिए। हमेशा अपने बालों को प्रोटीन और ग्लिसरीन युक्त शैंपू से ही धोएं, और देखें बदलाव।




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Flipkart और Amazon पर शॉपिंग करने से पहले ये खबर जरूर पढ़ लें



मेरठ – अगर आप भी अॉनलाइन शॉपिंग का शौक रखते हैं तो हमारी ये खबर आपके काम की है, जरूर पढें। आजकल चल रही अॉनलाइन शॉपिंग की नामचीन वेबसाइट्स पर बहुत से लोग सामान खरीदते हैं, लेकिन क्या आपको पता है कि जो सामान आप को भेजा गया है वो नकली भी हो सकता है।
इस बात का खुलासा मेरठ पुलिस ने हाल ही में किया है। पुलिस ने हाल ही में एक ऐसे गिरोह को गिरफ्तार किया है जो अॉनलाइन शॉपिंग वेबसाइट्स पर ब्रांडेड कंपनियों का नकली सामान बेच रहे थे।




मेरठ की ब्रह्मापुरी थाने की पुलिस ने Flipkart और Amazon जैसी बड़ी शॉपिंग वेबसाइट्स पर नामचीन कंपनियों का नकली सामान बेचने का खुलासा किया है।


पुलिस ने छापा मारकर कॉस्को कंपनी की 300 से ज्यादा बास्केटबॉल, फुटबॉल बरामद की है। ये सभी नकली थीं। कॉस्को के अलावा निविया जैसी बड़ी कंपनियों का नकली सामान बरामद किया गया है। आपको जानकर हैरानी होगी कि ये सभी ब्रांडेड कंपनियों के नकली सामान Flipkart और Amazon जैसी बड़ी शॉपिंग वेबसाइट्स पर बेचा जा रहा था।
लोग इन वेबसाइट्स पर जाकर कम दामों में कॉस्को जैसी कंपनियों का सामना खरीदते हैं और बाद में जब लोगों को ये पता चलता है कि जो सामान उन्होंने खरीदा है, वो नकली है तो फिर इन्हीं बड़ी कंपनियों का नाम खराब होता है, और ऐसे शातिर गिरोह खूब पैसा बटोर रहे हैं।
गुड़गांव स्थित कॉस्को कंपनी जब ये माजरा पता चला तो कंपनी ने खुद ही अपने स्तर पर इन नकली सामान बनाने वालों को खोज लिया। और फिर कंपनी ने मेरठ पुलिस के साथ गिरोहों के ठिकानों पर दबिश दी।


मेरठ पुलिस को छापेमारी के दौरान भारी संख्या में नकली सामान मिला। पुलिस ने इन नकली सामान को अॉनलाइन शॉपिंग वेबसाइट्स पर बेचने वाले को जिसका नाम शोभित अग्रवाल है मौके पर गिरफ्तार कर लिया। पुलिस मुकदमा दर्ज करके आरोपी को जेल भेजने की तैयारी कर रही है।



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