जब भीमसेना ने रोकनी चाही ट्रेन , फिर देखिए ड्राइवर ने क्या कर दिया.. 




सर्वोच्च न्यायालय के द्वारा ST / SC एक्ट में किए संशोधन के परिणामस्वरुप देश के दलित समाज में जो आक्रोश आया है वो वाकई में निंदनीय है।


सुप्रिम कोर्ट द्वारा संशोधन किए जाने के विरोध में दलित समाज ने देश में भारी हिंसा मचा रखी है। विभिन्न शहरों में हो रही हिंसा में जान माल की भारी हानि हुई है , सरकारी संपत्ति को जलाया जा रहा है, लोगों ने सड़कों एंव रेलमार्गों को अवरुद्ध कर रखा है।
पश्चिमी उत्तर प्रदेश सहित बिहार, मध्य प्रदेश, पंजाब और राजस्थान सहित बहुत से राज्यों आंदोलनकारियों ने भारी हिंसा मचा रखी है। जो कि वाकई में निंदनीय है।



इसी बीच एक ऐसा वाकया सामने आया है कि जिसमें एक रेलगाड़ी के ड्राइवर ने इन हिंसक आंदोलनकारियों को बहुत अच्छा सबक सिखाया है। एक वायरल हो रही विडियो में भीमसेन के आंदोलनकारी हाथों में नीला झंडा लिए रेल्वे ट्रैक की तरफ बढ़ते हुए दिखाई दे रहे हैं, और ये भीमसेन के सभी आंदोलनकारी सामने से आती हुई रेलगाड़ी को रोकने की कोशिश कर रहे हैं।

फिर तो मानो ऐसा लग रहा था कि अब ये भीमसेन के लोग इस ट्रेन को रोककर ही दम लेंगे और फिर रेलगाड़ी में तोड़फोड़ करेंगे। लेकिन ट्रेन के ड्राइवर ने भी इन लोगों को सबक सिखाने की शायद ठान ली थी। जब ड्राइवर ने बीच ट्रैक पर हिंसक आंदोलनकारियों की भीड़ देखी जो ट्रेन को रोकने की कोशिश कर रही थी, फिर ड्राइवर ने बिना रफ्तार कम किए एक लंबा सायरन मारते हुए ट्रेन को भीड़ की तरफ बहुत तेजी से ले आया, और सामने से आंधी की रफ्तार से आ रही ट्रेन को देखकर भीमसेन के हाथ पाँव फूल गए और सभी लोग ट्रैक पर से अपनी अपनी जान बचा के भाग लिए। ये मंजर वाकई में इन जैसे हिंसा वादियों के लिए एक सबक है।
भारत में शुरू से ही हिंदू धर्म को आपस में बांटकर राजनीतिक दल अपनी अपनी रोटियां सेकते आए हैं। और इसी वजह से आज हमारा देश कभी भी अराजकता के घेरे में आ जाता है, अब हम in सभी को समझदारी से काम लेना होगा, और अगर अपने बच्चों का उज्ज्वल भविष्य चाहते हो तो अब मिलकर ही आगे बढ़ना होगा।


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